दो बच्चे समां गए बाढ़ में
पिंकी का सदमे से है बुरा हाल
मौत से सभी डरते हैं लेकिन जब मौत ही किसी को चकमा दे जाये तो क्या कहेंगे? एक ऐसा ही वाक्या सामने आया है भोजपुर के चना केवटिया गांव में जहाँ पिंकी देवी नाम की एक औरत पानी में डूबने के दो दिन बाद ज़िंदा बच निकली. दो दिन पहले पिंकी अपने दो बच्चों( एक डेढ़ वर्ष और एक 2 वर्ष का बच्चा) को शौच कराने नदी के किनारे गयी थी जहाँ बड़ा बच्चा फिसलकर नदी में आये बाढ़ के पानी में गिर गया. अपने बच्चे को बचाने के लिए पिंकी ने डेढ़ साल के छोटे बच्चे को गोद में लिए पानी में कूद गयी लेकिन बच्चे को बचाना तो दूर खुद भी पानी के तेज बहाव में बह गयी. उसके दोनों बेटे बाढ़ के उस प्रलयकारी धार के गाल में समा गए. पिंकी भी उस धार में बहते एक पेड़ से टकराई और पेड़ के डाल को पकड़ लिया. इस घटना की सूचना पाकर एसडीएफ के दल ने कई घंटों तक मशक्कत के बाद भी कोई सफलता नहीं पायी.दो दिनों के बाद जब पानी कम हुआ तो पिंकी को एक झाड़ में फंसा हुआ शाहपुर के खरैनी के ग्रामीणों ने देखा. पिंकी को अचेत हालात में देख ग्रामीणों ने जब सबको खबर दी तो पिंकी को सदर अस्पताल पहुचाया गया. पिंकी की जान तो बच गयी पर उसे होश आते ही जब बच्चों को नहीं पाया तो सदमे से बुरा हाल है.फिलहाल उसका इलाज सादर अस्पताल में चल रहा है.अपने बच्चों को खो देने के बाद अभी तक कोई भी अधिकारी उससे मिलने नहीं पहुंचे हैं .
आरा से ओमप्रकाश पाण्डेय की रिपोर्ट