पटना.युवाओं को स्वयं सहायता भत्ता देने की तैयारी पूरी हो गई है। वैसे युवा जो 12वीं कक्षा या उसके समकक्ष परीक्षा पास करने के बाद आर्थिक कठिनाई के कारण उच्च शिक्षा नहीं प्राप्त नहीं कर पाते और पढ़ाई छोड़ कर रोजगार की तलाश में लग जाते हैं, उनको इस योजना का लाभ मिलेगा।
सरकारी नौकरियों के लिए युवाओं को परीक्षा देने जाने में मदद के लिए नीतीश निश्चय की इस महत्वपूर्ण कड़ी को लागू करने की जिम्मेदारी योजना और विकास विभाग को दी गई है। इसके लिए विभाग ने वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2021-22 के दौरान 68.72 लाख से अधिक 12वीं पास युवकों को भत्ता देने की तैयारी की है। भत्ते का भुगतान बैंक खाते में होगा। इसके लिए आवेदन के साथ अकाउंट नंबर देना पड़ेगा।
दाे बार ही मिलेगा भत्ता
पांच साल में इस कार्यक्रम पर 8246 करोड़ खर्च होंगे। परामर्श केंद्रों के निर्माण पर खर्च होने वाले 155 करोड़ रुपए भी शामिल हैं, जबकि योजना की निगरानी पर पांच साल में 255 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। राज्य में 20 से 25 वर्ष के युवाओं को रोजगार खोजने के लिए एक-एक हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से साल में नौ माह तक सहायता दी जाएगी। इस उम्र सीमा के भीतर युवाओं को दो बार भत्ता मिलेगा।
इन्हें नहीं मिलेगी यह सुविधा
जो युवा किसी भी तरह की छात्रवृत्ति, सरकारी भत्ता, कौशल विकास या स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की सुविधा लेंगे उन्हें यह भत्ता नहीं मिलेगा। पूरे कार्यक्रम की सीधी निगरानी की जिम्मेदारी डीएम को दी गई है।
स्वयं सहायता भत्ता का वर्षवार हाल
वर्ष | लाभान्वितों की संख्या | राशि (करोड़ में) |
2016-17 | 17,81,123 | 2,137 |
2017-18 | 19,58,553 | 2,350 |
2018-19 | 9,06,490 | 1,087 |
2019-20 | 10,76,028 | 1,291 |
2020-21 | 11,50,000 | 1,380 |