बिहार कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार की गिरफ्तारी पर IAS संघ के विरोध पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने साफ कहा है कि कानून से बढ़कर कोई नहीं है. मंगलवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री का तेवर देखने लायक था.
क्या कहा मुख्यमंत्री ने IAS के विरोध पर, सुनिए-
दरअसल BSSC के अध्यक्ष सुधीर कुमार की SIT द्वारा गिरफ्तारी को लेकर IAS संघ नाराज है और सुधीर कुमार की तुरंत रिहाई की मांग कर रहा है. ऐसा नहीं होने पर संघ ने कई अहम पदों को लेने से इनकार कर दिया है और साथ ही कोई भी मौखिक आदेश मानने से भी इनकार कर दिया है. IAS संघ ने पिछले दिनों राज्यपाल से मिलकर एक ज्ञापन भी सौंपा है और उसी दिन राजभवन का घेराव भी किया. संघ का दावा है कि सुधीर कुमार को गलत तरीके से फंसा दिया गया है. IAS संघ ने इस मामले की CBI जांच की मांग की है.
इधर पेपर लीक मामले में बनी SIT के प्रमुख मनु महाराज ने दावा किया है कि सुधीर कुमार की इस मामले में संलिप्तता के उनके पास पुख्ता सबूत हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी SIT के काम पर भरोसा जताते हुए कहा कि आज तक CBI किसी भी केस में उल्लेखनीय काम नहीं कर सकी है. चाहे बरमेश्वर मुखिया हत्याकांड हो या फिर मुजफ्फरपुर का नवरुना हत्याकांड, CBI इसे अभी तक सॉल्व नहीं कर पाई. जबकि टॉपर घोटाला और पेपर लीक समेत कई मामलों में बनाई गई विशेष जांच टीम यानि SIT ने अच्छा काम किया है.
इधर कई परीक्षार्थियों और शिक्षकों ने भी पेपर लीक मामले में SIT के काम पर संतुष्टि जताई है. परीक्षा विशेषज्ञ डॉ एम रहमान का कहना है कि मनु महाराज के नेतृत्व में बनी SIT ने अब तक बहुत सही और तेजी से काम किया है. उन्हें इस टीम पर पूरा भरोसा है. रहमान ने कहा कि सुधीर कुमार की गिरफ्तारी का विरोध करने वाले कभी छात्रों के हितैषी नहीं हो सकते. पेपर लीक से जुड़े मामले में उन लाखों गरीब, अनाथ और ईमानदार छात्रों के भविष्य के साथ खिलछवाड़ किया गया है जो मेहनत से तैयारी कर पूरी ईमानदारी से परीक्षा में इस विश्वास के साथ शामिल होते हैं कि उन्हें भी एक अच्छी नौकरी मिलेगी. पेपर लीक से जुड़े हर बेईमान शख्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी गुरू रहमान ने की है.
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