बिहार में इंटर लेवल संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के पहले चरण में रविवार को करीब 6 लाख परीक्षार्थियों ने पीटी परीक्षा में भाग लिया. पीटी में सबसे ज्यादा 50 से ज्यादा सवाल जेनरल स्टडीज से पूछे गए थे. जबकि रीजनिंग के 40 सवाल और गणित-भूगोल से करीब 50 सवाल पूछे गए. परीक्षा में निगेटिव मार्किंग होने के कारण छात्रों के लिए जरूरी था कि वे ऐसे सवालों से बचें जिनके बारे में उन्हें कम जानकारी है.
बता दें कि इस परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की संख्या करीब 18.5 लाख है. इसलिए बिहार कर्मचारी चयन आयोग इसकी प्रारंभिक परीक्षा(PT) चार चरणों में ले रहा है. रविवार 29 जनवरी को पहला चरण था, जिसमें करीब 6 लाख परीक्षार्थी थे. आयोग ने पहले ही साफ कर दिया है कि पीटी परीक्षा का रिजल्ट परसेंटाइल के आधार पर होगा. यानि जिन छात्रों का निगेटिव स्कोर सबसे कम होगा, उनका रिजल्ट आने का चांस बढ़ जाएगा. ऐसे में जाहिर है कि सिर्फ कन्फर्म आंसर वाले प्रश्नों को ही अटेम्प्ट करने में भलाई है.
चारों चरणों की परीक्षा को देखते हुए पटना नाउ ने इस पहले फेज के बाद बात की परीक्षा विशेषज्ञ गुरू रहमान से. हमने बात की कुछ छात्रों से भी और इसके साथ ही परीक्षा कैसी रही इसके लिए पटना नाउ ने बात की बिहार कर्मचारी चयन आयोग के सचिव परमेश्वर राम से.
बिहार कर्मचारी चयन आयोग के सचिव परमेश्वर राम ने बताया कि पहले चरण की परीक्षा शांतिपूर्ण रही. सचिव के मुताबिक सुपौल से एक छात्र के निष्कासन की सूचना मिली है. उन्होंने ये भी कहा कि परीक्षा के प्रश्नपत्र आउट नहीं हुआ है. हालांकि कई जगहों से खबर मिली कि परीक्षा से पहले ही मार्केट में व्हाट्स एप के जरिए प्रश्न पत्र छात्रों के पास पहुंच चुके थे.
प्रतियोगिता परीक्षा विशेषज्ञ गुरू रहमान ने कहा कि 150 अंकों की परीक्षा में इस बार GS स्कोरिंग रहेगा. GS के सवाल इस बार 50 से ज्यादा पूछे गए. वहीं रीजनिंग के 5 सवालों ने छात्रों को परेशान किया. गुरू रहमान ने कहा कि 150 अंकों में कम-से-कम 105 अंक लाने वाले छात्रों के सफल होने की गारंटी है. यानि गुरू रहमान के मुताबिक परीक्षा के स्तर को देखते हुए PT में क्वालिफाइंग मार्क्स 105 रहने की संभावना है.
परीक्षा में शामिल हुए राजेश कुमार ने छपरा से बताया कि परीक्षा में प्रश्नों का लेवल सामान्य था. लेकिन 4-5 सवालों के उत्तर को लेकर कन्फ्यूजन था. ज्यादा सवाल जेनरल स्टडीज से पूछे गए थे. वहीं दरभंगा से प्रतिभा ने बताया कि इस बार प्रश्न पत्र बाहर लेकर नहीं आने दिया गया, जिसके कारण परीक्षा के बाद अपना सही मूल्यांकन करना मुश्किल हो गया.