भारत और संयुक्त अरब अमीरात दोनों देश समय के साथ कदमताल कर रहे हैं . इसके तहत दोनों देश रणनीतिक सहयोगी बन कर उभरे हैं इस नए संबध के तहत यूएई भारत की ऊर्जा जरूरतों के लिहाज से तेल की आपूर्ति भी बढ़ाने पर सहमत हो गया है. मंगलोर स्थित कच्चे तेल भंडार का आधा हिस्सा भरने के लिए राजी हो गया है. दोनों देशों के बीच हुए समझौते के तहत अबू धाबी नेशनल ऑयल कारपोरेशन 60 लाख बैरल कच्चे तेल का मंगलोर में भंडारण करेगा. भारत की ऊर्जा खपत को देखते हुए यूएई बीते सालों में बड़ा साझीदार बनकर उभरा है. 2015-16 में भारत को तेल निर्यात करने वाले देशों में यह पांचवें नंबर पर था. बुधवार को दोनों देशों के बीच 14 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. क्राउन प्रिंस शेख मुहम्मद बिन जायद अल नाहयान की अगुआई में अब तक जो जो समझौते हुए हैं उससे साफ है कि अब दोनों देश मजबूत साझेदार बन क्र दुनिया में सामने आयेंगे ,क्राउन क्राउन प्रिंस दिल्ली में है और 68 वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि भी हैं क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय वार्ता के बाद कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. इनमें सुरक्षा से लेकर व्यापार और समुद्री क्षेत्र तक शामिल हैं. अब तक ऐसे समझौते संयुक्त अरब अमीरात ने बहुत कम देशों के साथ किया है. नई दिल्ली में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दोनों ने उनका स्वागत किया उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर भी दिया गया .