नालंदा विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने विवि के टॉपरों को गोल्ड मेडल और डिग्री प्रदान की.राष्ट्रपति हेलिकॉप्टर से राजगीर पहुंचे. लगभग डेढ़ घंटे तक चले कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने 2 छात्रों को गोल्ड मेडल दिया जबकि बैच के सभी छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की. इसअवसर पर प्रणव मुखर्जी के साथ राज्यपाल रामनाथ कोविंद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ,और शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी के अलावा कई गणमान्य लोगों ने कार्यक्रम में शिरकत की .
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के 12 छात्र-छात्राओं को मेडल और डिग्री दी गई. अपने संबोधन में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि नालंदा विवि का गौरवशाली इतिहास रहा है जिसे उसने आज फिर से पा लिया है. नीतीश ने कहा कि मेरी यह ख्वाहिश है कि विश्वविद्यालय अपने बुते एक मिसाल पेश करे. केंद्र और राज्य सरकार पर आश्रित ना हो . कुलपति डॉ. गोपा सभरवाल ने बताया कि प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय को केन्द्र में रखकर इस नये विश्वविद्यालय का विकास किया जा रहा है. यहां की सारी व्यवस्था अपने आप में पूरी दुनिया के लिए यूनिक होगी. गौरतलब है कि इस नालंदा विश्वविध्यालय की परिकल्पना पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलाम ने की थी अगर आज वो जीवित होते तो उन्हें बड़ी ख़ुशी होती कि आज कई देशी विदेशी छात्र और छात्राएं नालंदा से डिग्री लेकर जा रहे है जिसे वर्षों पहले तबाह कर दिया गया था.