नहीं शामिल हुए तो नामांकन अवैध
मानव श्रृंखला में शामिल न होने वाले छात्रों का नामांकन अवैध हो जाएगा , सरकार द्वारा प्रायोजित लाभ से वंचित कर दिया जायेगा.राज्य सरकार के अनुसार 21 जनवरी को बिहार दुनिया की सबसे बड़ी मानव श्रृंखला शराब बंदी के समर्थन में बनाने जा रहा है. इसे देखने को गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड की टीम आ रही है .आसमान से भी बिहार की मानव श्रृंखला को देखा जाएगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजनैतिक योजना को सफल बनाने में बिहार का पूरा सरकारी सिस्टम लगा है. इसमें कुछ कर्मचारी चमचागिरी की अपनी सीमाएं भी लांघ चुके हैं.पटना हाई कोर्ट ने बच्चों के मामले में तल्ख़ टिपण्णी भी कर दी है लेकिन सासाराम (रोहतास) के DEO (जिला शिक्षा पदाधिकारी) तो सारी सीमाएं ऐसे लांघ जाने को आतुर हैं . ऐसा प्रतीत होता है कि जिला के DEO छात्रों व उनके माता – पिता को बँधुआ मजदुर समझते हैं , सरकार द्वारा निर्धारित सुविधाओं के बदले में राज्य सरकार के राजनैतिक कार्यक्रमो में इनका शोषण किया जा रहा है . DEO साहेब शिक्षा विभाग में अपना मार्क्स बढ़ाने को बच्चों पर कहर ढाहने वाला हुक्म जारी कर रहे हैं .सोशल मीडिया में DEO साहेब के आदेश को लेकर बहस शुरु हो चुकी है ।