सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेने उमड़ी भीड़
सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थल
श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल,भारतीय नृत्य कला मंदिर, बहुद्देशीय सांस्कृतिक परिसर,प्रेमचंद रंगशाला,रविंद्र भवन,कालिदास रंगालय,बिहार संग्रहालय और बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स ऑडिटोरियम
कलाकार साझा संघ का नुक्कड़ नाटक –प्रेमचंद रंगशाला
350वें प्रकाशोत्सव के मौके पर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा वृहद पैमाने पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. भारतीय नृत्य कला मंदिर में अपने संबोधन में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री शिवचंद्र राम ने पूरे आयोजन को अद्भूत बताया. उन्होंने कहा कि गुरू गोविंद सिंह के 350वें प्रकाश उत्सव को यादगार बनाने के लिए कला, संस्कृति एवं युवा विभाग ने कोई कसर नहीं छोड़ी, जिसका नतीजा है कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. उन्होंने कहा कि गुरू गोविंद सिंह जी के व्यक्तित्व और उनके शिक्षाप्रद बातों को कला के जरिए विभाग ने एक साथ – एक जगह पर लोगों के सामने प्रस्तुत करने का काम किया है. बिहार के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज गुरू गोविंद सिंह जी जन्मदिवस पर 350वें प्रकाशोत्सव बड़े पैमाने पर आयोजित कर गौरवान्वित महसूस कर रहा है.
भारतीय नृत्य कला मंदिर में आज लोक कलाकार भिखारी ठाकुर आश्रम, कुतुबपुर के द्वारा भिखारी ठाकुर द्वारा रचित नाटक ‘बिदेसिया’ का मंचन प्रभुनाथ ठाकुर के निर्देशन में उनकी मूल शैली में हुआ. इसमें बिदेसी की भूमिका में शंकर राम, बटोही की भूमिका में रघु पासवान, प्यारी सुंदरी की भूमिका में लखीचंद मांझी, रखेलीन की भूमिका में लक्ष्मी महतो एवं गायन व वादन में भरत ठाकुर, जलेश्वर, रामानंद, प्रद्युमन, चंदीप, रसीद और भिखारी पासवान ने लाजवाब प्रस्तुति दी. वहीं, बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स ऑडिटोरियम में बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम द्वारा नानक नाम जहाज, फ्लाइंग जट और मेरा पिंड का स्क्रीनिंग हुआ.
अनाद फाउंडेशन की ओर से श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में आज के कार्यक्रम की शुरूआत डॉ नसीर नकवी के काव्य पाठ से हुई. इस दौरान उन्होंने पंजाबी कविताएं और नज्म प्रस्तुत किया. इसके बाद पंडित उदय कुमार मलिक ने ध्रुपद गायन की प्रस्तुति दी, जिसमें सारंगी पर उस्ताद रौशन अली और पखावज पर श्री मोहन श्याम शर्मा थे. वहीं, जनाब बहुद्दीन डगर रूद्र वीणा से दर्शकों का मन मोह लिया. इस दौरान जोरी पर उनके साथ भाई बलदीप सिंह थे. फिर केरल का नृत्य मोहिनीअट्टम पर विदुषी गोपिता वर्मा ने जबरदस्त परफॉर्मेंस दी. वहीं, तबला वादन पंडित विनोद पाठक ने किया और सारंगी पर घन श्याम सिसौदिया ने तान छेड़ी. अतं में मशहूर पंजाबी प्ले बैक सिंगर जसबीर जस्सी ने पूरे हॉल को थिरका दिया. जसबीर जस्सी ने हिंदी फिल्मों में भी प्ले बैक सिंगिग से लोगों को अपना कायल कर दिया.
रविंद्र भवन में लोक संगम कार्यक्रम के अतंर्गत छत्तीसगढ़ की प्रेमशिला वर्मा ने पांडवानी गायन किया. इसके बाद रांची, झारखंड से आई सृष्टिधर महतो ने पुरूलिया छऊ नृत्य से लेागों को भाव विभोर कर दिया. उत्तर प्रदेश के उमेश चंद कन्नौजिया ने भोजपुरी लोक गीतों गायन कर लोगों को खूब झुमाया. इसके अलावा धार, मध्यप्रदेश के गोविंद गहलौत ने भेगारिया जनजाति नृत्य, गोंडा के शिवपूजन शुक्ला ने अवधी लोक गायन, सानभद्र उत्तर प्रदेश की सोना ने गरदबाजा नृत्य और पटना बिहार के रेनू चंद्र ने स्थानीय नृत्य की प्रस्तुति दी. उधर, प्रेमचंद रंगशाला में आदिम रात्रि की महक नाटक का मंचन हुआ. इस नाटक को पूर्णिया के विश्वजीत ने प्रस्तुत किया. इसके बाद सचिवालय स्पोर्टस क्लब पटना द्वारा नाटक सिकंदर पोरस का मंचन हुआ.
भारतीय नृत्य कला मंदिर, फ्रेजर रोड में विभाग के मंत्री शिवचंद्र राम प्रथम दर्शक के रूप में शामिल हुए. कार्यक्रम में विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद, अपर सचिव आनंद कुमार, संस्कृति निदेशक सत्यप्रकाश मिश्रा, अतुल वर्मा, संजय कुमार, अरविंद महाजन, मोमिता घोष, राजकुमार झा और मीडिया प्रभारी रंजन सिन्हा भी उपस्थित रहे. बता दें कि प्रकाशोत्सव के मौके पर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार ने श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल, भारतीय नृत्य कला मंदिर, बहुद्देशीय सांस्कृतिक परिसर, प्रेमचंद रंगशाला, रविंद्र भवन, बिहार संग्रहालय और बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स ऑडिटोरियम में बड़े पैमाने पर सांस्कृतिक कार्यक्रम व प्रदर्शनी का आयोजन किया है.