अजीबो गरीब जाति जनगणना पर सरकार बता रही है सही
सूबे के 3.80 फीसदी लोगों के पास बाइक और स्कूटी है
पटना, विधानमंडल के दोनों सदनों में पेश जातीय गणना के आर्थिक-सामाजिक रिपोर्ट में एक दिलचस्प आंकड़ा सामने आ रहा है. इसमें कहा गया है कि 95.49 फीसदी लोगों के पास कोई वाहन नहीं है. वहीं, ट्रैक्टर की बात करें तो मात्र 0.13 फीसदी लोगों के पास है। इसके साथ ही 0.44 फीसदी लोगों के पास चार पहिया वाहन है. 6 पहिया या उससे अधिक की बात करें तो 0.03 फीसदी लोगों के पास है.
वहीं, दो पहिया वाहनों की बात करें तो सूबे के 3.80 फीसदी लोगों के पास बाइक और स्कूटी है. आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार में 95.5 फीसदी लोग बस-ऑटो से सफर करते हैं या फिर कैब करते हैं. ज्यादातर लोग पैदल ही चला करते हैं. राज्य सरकार के इस रिपोर्ट को देखकर लोग भी हैरान हैं.इसे लेकर लोग भी चर्चा करने लगे हैं. बता दें कि बिहार की आबादी 13 करोड़ से अधिक है जबकि 12 करोड़ 48 लाख लोगों के पास अपनी कोई गाड़ी नहीं है। 3.80 फीसदी लोगों के पास दो पहिया वाहन है जबकि सिर्फ 5 प्रतिशत लोगों के पास ही फोर व्हीलर है। 0.11 प्रतिशत लोगों के पास तीन पहिया वाहन है.
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