कैमुर (जी पी सोनी की रिपोर्ट) | शुक्रवार कैमुर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में एक छात्रा की कथित दुष्कर्म के बाद हत्या के विरोध में उग्र ग्रामीणों की प्रशासन से जमकर भिड़ंत हुई. युवती की तीन दिन पहले ही मृत्यु हो गई थी. उसका नाम शशि कला था और वह बड़ौरा गांव की रहने वाली थी. उग्र भीड़ ने शुक्रवार को थाने में जाकर तोड़-फोड़ की और पुलिस जीप सहित 7 गाड़ियों को जला दिया. साथ ही स्थानीय बाजार में भी काफी तोड़फोड़ की. वहां करीबन 7 घंटे तक हंगामा मचा रहा और अफरातफरी मची रही.
घटना की सूचना मिलते ही हम पत्रकारों की टोली अपने दल बल के साथ कवरेज करने जा पहुंची. हमारे पहुँचाने तक भीड़ काफी उग्र हो चुकी थी और उपद्रवियों ने पूरे थाने को आग के हवाले कर दिया था. लोगों को समझाने पहुंचे मोहनिया डीएसपी रघुनाथ सिंह व सब इंस्पेक्टर विंध्याचल सिंह पर उपद्रवियों ने हमला बोल दिया जिससे सात जवान समेत वे घायल हो गए. कवरेज कर रहे हम पत्रकारों पर भी उपद्रवियों की टेढ़ी निगाह थी और हम पर भी हमला कर दिया गया. लेकिन हम लोग काफी देर बाद किसी तरह वहां से सुरक्षित निकल पाए. मामले की गंभीरता का पैमाना इसी से लगाया जा सकता है कि रामगढ़ थाने की सुरक्षा को लेकर जिले के सभी थानों से पुलिस के अलावा बक्सर जिले से भी अतिरिक्त पुलिस बल बनाई गई थी.
माना जा रहा है कि 16 जनवरी की शाम बड़ौरा गांव की छात्रा ट्रेन के आगे कूद ने से जख्मी हो गई थी. अगली सुबह इलाज के दौरान बीएचयू ट्रामा सेंटर में उसकी मौत हो गई. लेकिन लोगों ने छात्रा के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप बड़ौरा निवासी सीएसपी संचालक मनोज सिंह पर लगाया और हंगामा किया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.