कबड्डी के खेल में किसी संसाधन या पैसे की जरूरत नहीं पड़ती, कबड्डी और फुटबॉल को बढ़ावा देने की जरूरत – उपमुख्यमंत्री

पटना (ब्यूरो रिपोर्ट) | शुक्रवार 22 फरवरी को पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कम्पलेक्स, कंकड़बाग में ‘64 वीं राष्ट्रीय विद्यालय कबड्डी प्रतियोगिता’ का आगाज हुआ. इसका उद्घाटन करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कबड्डी,खो-खो और फुटबॉल जैसे भारतीय खेलों को बढ़ावा देने की जरूरत है. कबड्डी के खेल में किसी संसाधन या पैसे की जरूरत नहीं पड़ती है बल्कि खिलाड़ी अपने दम पर प्रदर्शन करते हैं. प्रो कबड्डी टूर्नामेंट के टी वी पर प्रसारण से कबड्डी गांव-गांव तक पहुंच गयी है. अब इस खेल में शोहरत और पैसा दोनों हैं. उद्घाटन के इस मौके पर कला-संस्कृति व युवा विभाग के मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि ने भी खिलाड़ियों को सम्बोधित कर उनका उत्साहवर्द्धन किया.

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि क्रिकेट इंग्लैंड का खेल है. आमतौर पर किक्रेट उन्हीं देशों में खेला जाता है जो कभी न कभी ब्रिटेन के अधीन रहे हैं. दुनिया के ताकतवर देश अमेरिका, जर्मनी, जापान आदि क्रिकेट नहीं खेलते हैं. क्रिकेट के साथ-साथ भारतीय खेलों को भी प्रोत्साहित करने की जरूरत है. उन्होंने प्रतियोगिता में शामिल बिहार के साथ प. बंगाल, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, तमिलनाडु, राजस्थान, पंजाब, मध्यप्रदेश, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, दिल्ली, दादर नागर हवेली, छत्तीसगढ़ व आन्ध्र प्रदेश तथा सीबीएससी व नवादय विद्यालय समिति के छात्रों का स्वागत करते हुए कहा कि ‘अलग भाषा, अलग वेश, फिर भी अपना एक देश’ तथा ‘ पटना हो या हो गौहाटी, अपना देश, अपनी माटी’ की झांकी यहां उपस्थित है. खिलाड़ियों को आश्वस्त करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि तीन दिन के इस आयोजन में उन्हें कोई भी असुविधा नहीं होने दी जाएगी.




By Nikhil

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