जहां 12 km जाने में लगते हैं 12 घण्टे !

By om prakash pandey Mar 6, 2018

महाजाम बना जी का जंजाल : पैदल चलना भी दूभर
दिनभर में भी बबुरा से कोइलवर नही पहुंच पा रही बड़ी गाड़ियां : प्रशासन के लिए सर दर्द

कोइलवर,6 मार्च. जी हां चौकिये मत ये सच्ची बात है और यह कहीं और नही बल्कि भोजपुर जिले की ही हक्कीकत है जहां महज 12 किमी जाने में 12-12 घण्टे लग जाते हैं.




पटना नाउ की खास रिपोर्ट

अगर आप के घर में किसी व्यक्ति की तबियत अचानक खराब हो गयी हो और उसे किसी भी हाल में आरा या छपरा से वाया कोइलवर पटना ले जाना हो तो फिर आप का सिर्फ और सिर्फ भगवान ही सहारा है क्योंकि इस परिस्थिति में इंसान आपका सिर्फ दुआओं के कुछ नही कर सकता.कारण है कोइलवर से गुजरने वाली सभी सड़के भीषण महाजाम की चपेट में है. आरा पटना मुख्य पथ,कोइलवर डोरीगंज सम्पर्क पथ,कोइलवर कुल्हड़िया लिंक रोड,कोइलवर चांदी लिंक रोड समेत गली मोहल्ले तक के रास्ते जाम की चपेट में है.जाम की वजह से लोगो का जीना मुहाल है.हालात इतने बदतर हो गए हैं कि बच्चों के स्कूल छूट रहे हैं और एम्बुलेंस में फंसे मरीज़ों के प्राण तक गवाना पड़ रहा है. लोगों का पैदल चलना दूभर हो गया है.सबसे भयावह स्थिति कोइलवर डोरीगंज पथ की है, जहाँ तिल रखने भर की भी जगह नही है.दो लेन की सड़कों पर पांच कतार में गाड़ियां उलझी पड़ी है.

पुल शुरू होने से बढ़ा है दबाव

हाल ही में बबुरा डोरीगंज के बीच गंगा नदी पर बने पुल से बड़े व व्यवसायिक वाहनों के परिचालन शुरू होने के बाद बबुरा कोइलवर पथ पर वाहनों का दबाव अप्रत्याशित रूप से बढ़ा है.बड़ी बड़ी व्यवसायिक वाहनों का रेला इस पथ से दिन रात गुज़र रहा है.बड़ी वाहनों के दवाब के कारण चारो ओर जाम ही जाम का आलम दिख रहा है.आलम यह है कि कोइलवर डोरीगंज पथ के कोइलवर से झलकुनगर के बीच सिंगल सड़क पर जैसे ही ट्रैफिक थोड़ा ढीला होता है, तीन तीन चार चार लेन में वाहनों का रेला एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में रेस लगाती हैं.इस कारण भविष्य में किसी भी अनहोनी की आशंका से इनकार नही किया जा सकता,क्योंकि ये बड़ी गाड़ियां अतिक्रमण व भीड़भाड़ वाले पथों से होकर गुजर रही हैं.

बालू घाट से निकल रहे ट्रक व लगन में बढ़े वाहनों के बेतरतीब तरीको से चलना बन रहे परेशानी का सबब

पिछले कुछ महीनों के बन्दी के बाद सोन नद से बालू की निकासी शुरू हुई है. कोइलवर के भी  बालू घाटो से बालू उत्खनन की अनुमति मिली है.बालू घाटों से निकलने और जाने वाली ट्रकें भी जाम की परेशानी का सबब बन रही है.एनएच के किनारे होने की वजह से बालू घाट से निकलने वाले बालू लदे ट्रक बेतरतीब तरीके से सड़को पर आकर यातायात अवरूद्ध कर रहे हैं.जिस कारण सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. बची खुची असर लगन के दिनों के कारण बढ़े वाहन निकाल रहे हैं. पहले हम पहले हम निकलने के होड़ में बेतरतीब तरीके से वाहनों का आना जाना भी जाम का प्रमुख कारण बन रहा है.

स्कूली वाहन और एम्बुलेंस को सबसे ज्यादा परेशानी

चौबीसों घण्टे लग रहे जाम की समस्या से निपटने में. सबसे ज्यादा स्कूली वाहन और एम्बुलेन्स प्रभावित हो रहे है.स्कूली बच्चे समय से स्कूल जा नही पा रहे और न ही समय से घर पहुंच रहे. जाम की वजह से कई बार स्कूल वाहन बच्चों के घर तक नही पहुंच पा रहा. यही हाल एम्बुलेन्स का भी है.कई बार आरा बक्सर छपरा सिवान से मरीज को लेकर पटना चला एम्बुलेंस घण्टो जाम में फंसा रह जा रहा है .नतीजतन मरीज जाम में छटपटाते रहते है और उनके प्राण पखेरू उड़ जाते हैं.

रोज लग रहा जाम

एक तरफ अतिक्रमण तो दूसरी तरफ बड़ी व्यवसायिक वाहनों की अप्रत्याशित भीड़. नतीजतन नगर को प्रतिदिन जाम की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है.जिस कारण आमजन,स्थायी दुकानदार ,राहगीर समेत प्रशासन को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.रही सही कसर बड़े वाहनों के दबाव से क्षतिग्रस्त हुए सड़क पूरी कर रहे है.जिनमे फंसकर आये दिन वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे है.

समय से नही पहुंच पा रहे सरकारी कर्मी
प्रतिदिन ट्रेनों और बसों के माध्यम से कोइलवर से आरा और पटना समेत अन्य जगहों पर जाकर काम करने वाले सरकारी और निजी कर्मी समय पर ट्रेन नही पकड़ पा रहे.बबुरा ,जमालपुर,चांदी,समेत अन्य जगहों से कोइलवर ट्रेन पकड़ने वाले लोग अब कुल्हड़िया स्टेशन का राह पकड़ रहे हैं.साथी ही आरा छपरा जाने के लिए सकडडी और जमालपुर की राह पकड़नी पड़ रही है.

इस बाबत कोइलवर थाना प्रभारी बताते हैं कि पुल पर जाम की समस्या जटिल है. हमारे तरफ से पूरा प्रयास रहता है कि जाम न लगे. इसके लिए कोइलवर पुलिस व पुल पर यातायात के लिए लगे पुलिसकर्मी हमेशा तत्पर रहते हैं.

कोइलवर से अमोद कुमार की रिपोर्ट

Related Post