नई दिल्ली,1 अप्रैल. राजनीति भी अजीब होती है. सत्ता में रहते वक्त रसूख ऐसा कि परिंदे भी पांव न मार पाएं. लेकिन सत्ता से बेदखल होने के बाद परिंदे भी पहचानने से इंकार कर दें. दूर तो दूर अपने भी अपने होने से इंकार दें. राजनीति के शतरंज को अपनी चाल से मात देने वाले स्व. रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान के साथ ऐसा ही हुआ . देश की राजधानी दिल्ली में सत्ता में अपने दमखम के साथ काबिज 12 जनपथ से चिराग पासवान को इस तरह बेदखल किया गया कि किसी ने सोचा भी नही होगा. अभी कुछ ही दिन पूर्व हुए बिहार विधानसभा में अपनी धमक से जेडीयू का समीकरण बिगाड़ने वाले चिराग का चिराग इस तरह बुझ जाएगा किसी ने सोचा नहीं था. चिराग को 12 जनपथ से बेदखल करने की राजनीति पर लगभग 3 दशक से देश की राजनीति को देखने वाले वरिष्ठ पत्रकार रवि शेखर प्रकाश की रिपोर्ट –
12 जनपथ से चिराग पासवान के समान को उठाकर सड़क पर फेक उन्हे बंगले से बेदखल कर दिया गया. बिखरे समान देखकर रोने लगे पासवान. राम विलास पासवान कभी सियासत का किंग मेकर हुआ करते थे. राम विलास पासवान के मृत्यु के बाद वक्त बदला ,सियासत ने रंग बदले. राजनीति के मायने ही बदल गये. इनका पुरा कुन्बा बिखर गया. तारे ज़मीं पर. देश में उप राष्ट्रपति का चुनाव होने को है. हो सकता है नीतीश कुमार नोमिनेट हो. नीतीश के बाद जेडीयू का क्या हक्ष्र होगा, इसपर मंथन जारी है.
जून तक बिहार मंतत्रिमंडल का नया पुनर्गठन होगा. नीतीश कुमार साहेब से सीएम के लिए सुशील मोदी के नाम का सिफारिश किये है. साहेब नहीं राजी हुए. जेडीयू के आर सी पी सिंह के समर्थन में 30 विधायक साथ है. साहेब बिहार बीजेपी के पुराने चेहरे को संट करने के मुड़ में है. केंद्र में जेडीयू से हरिवंश जी के करण आर सी पी पर बात नहीं बनेगी. यादव चेहरा सीएम हो सकता है. बीजेपी से सीएम पद के प्रबल दावेदार नित्यानंद राय हो सकते है. कुशवाहा चेहरा में सम्राट चौधरी को बीजेपी फ्रंट पर ला सकती है. उपेन्द्र कुशवाहा भी बिहार किंग मेकर की तरह कभी चमके थे, बेचारे टिमटिमा के खत्म हो गये. राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा के बयान ने सियासी गलियारे का तापमान बढ़ा दिया है. झा ने कहा है की साहनी की पार्टी वीआईपी की तरह ही जेडीयू का हश्र होने वाला है.
फिलहाल जून तक इन्तज़ार करें. बिहार की राजनीति में बहुत कुछ नया होगा.बीजेपी का कुन्बा बढ़ेगा. बिहार विधान सभा में मार्शल के द्वारा ओवेशी के विधायक को पीट कर विधान सभा से बाहर फेंका गया. विधान सभा की कार्यवाही एक महीने के लिये रोक दी गई. एक खबर काफी महत्वपूर्ण है
विधानसभा परिसर में धरना दे रहे माले विधायक सुदामा प्रसाद की तबीयत अचानक खराब हो गई.आनन-फानन में एम्बुलेंंस बुलाया गया और अस्पताल में एडमिड किया गया.
राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र था 12 जनपथ का बंगला
बता दें कि रामविलास पासवान यूपीए और एनडीए दोनों सरकारों में केंद्रीय मंत्री थे और लंबे समय तक बंगले में रहे थे. उक्त बंगला लोजपा की राजनीतिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में भी काम करता था और रामविलास पासवान नियमित रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते थे.12 जनपथ के मुख्य द्वार के सामने रामविलास पासवान की प्रतिमा भी लगाई गई थी.
नोटिस के महीनों बाद लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के सांसद चिराग पासवान ने बुधवार को 12 जनपथ बंगला खाली कर दिया जो उनके स्वर्गीय पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को आवंटित किया गया था. अधिकारियों ने कहा कि पिछले साल संपदा निदेशालय द्वारा बेदखली का आदेश जारी किया गया था, जिसमें कई रिमाइंडर भेजे गए थे. हालांकि चिराग पासवान ने इस मामले में मीडिया वालों से कोई भी टिप्पणी करने से इनकार किया.
वर्तमान राजनीति से चिराग को बंगले से बेदखल करने के बाद आने वाला वक्त बताएगा कि चिराग की लौ अपने पूरे लौ के साथ राजनीति को रौशन करती है या फिर टिमटिमाती रौशनी के साथ ओझल हो जाएगी.
रिपोर्ट : रवि शेखर प्रकाश
प्रस्तुति : ओ पी पांडेय