नेशनल साईंटिफिक रिसर्च एवम सोशल एनालिसिस ट्रस्ट की 10वीं वार्षगाँठ
आरा, 21 जनवरी. महिलाओं के लिए कार्य करने वाले नेशनल साईंटिफिक रिसर्च एवम सोशल एनालिसिस ट्रस्ट ने आज अपनी 10वीं वार्षगाँठ मठिया स्थित उसके कार्यालय में मनाई. पिछले 10 सालों में ब्यूटीशियन, कसीदाकारी,पेंटिंग,सिलाई और आर्ट आइटमों के निर्माण का प्रशिक्षण ले महिलाएं अपने बूते अपना परिवार चला रही हैं.
10वीं वार्षगाँठ कोरोनाकाल की वजह से बड़े ही सादगी और सरल तरीके से मनाया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर उपमेयर पुष्पा सिंह कुशवाहा, और राजेश कुमार(पार्षद वार्ड 38) ने किया. अपने उद्बोधन में उपमेयर ने संस्था के 10 वर्षों से किये गए कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए ये आश्वासन दिया कि वे इस संस्था के लिए हमेशा उपस्थित रहेंगी. उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि महिलाओं को स्वावलंबी बनाने वाली इस संस्थान के लिए आप सभी को भी आगे आना चाहिए जिससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके.
इस मौके पर रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गए जिसमें श्री हनुमत संगीतालय के प्राचार्य पण्डित ब्रजेन्द्र मिश्र ने शास्त्रीय गायन से समा बाँध दिया. उन्होंने भैरवी का खयाल और भैरवी राग का तराना प्रस्तुत कर उपस्थित श्रोताओं को स्तब्ध कर दिया. शास्त्रीय आलाप से कार्यक्रम स्थल पर पिन ड्रॉप साइलेंट छा गया.
शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति के बाद Dance is life ( Art & study center) की बच्चियों द्वारा लोकनृत्य की प्रस्तुति की गयी. सोहर और डोमकच पर अपने नृत्य के जादू से वामिका कौशल( group leader),अद्रिका कौशल,ऋषिका,शिवानी सिंह,शिखा सिंह, ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया. नृत्य की कोरोयोग्राफी आशुतोष दीक्षित ने की थी.
वही प्रज्ञा सिंह,ज्योत्सना,आदिति,शालिनी,मीनाक्षी पाण्डेय,निक्की और सानिया परिहार ने लोकनृत्य चैती और कजरी पर समूह में अपनी प्रस्तुति से उपस्थित आगंतुकों का दिल जीत लिया. कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी व निर्देशक मनोज सिंह ने किया. वही कार्यक्रम का संयोजन संजय नाथ पाल और साहिल आर्या ने किया. इस मौके पर संजीव सिन्हा,विभूति कुमारी, वीणा कुमारी,सत्य प्रकाश सिंह, लक्ष्मण दुबे,शालिनी श्रीवास्तव, छाया श्रीवास्तव, सगुन श्रीवास्तव, अभय कुमार ओझा उर्फ पुली बाबा,संजय गुप्ता, तरुण, वरुण समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे. संस्था के अध्यक्ष श्याम कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
सन्देश दे गई एक्रेलिक वर्क
संस्था की 10वीं वार्षगाँठ पर कसीदाकारी की कुछ कलाकृतियां लगाईं गयी थी जिसमे 2 कलाकृतियों ने सबसे ज्यादा लोगों का ध्यान खींचा. ये दोनों कसीदाकारी के राज्य स्तरीय पुरस्कार जीतने वाली युवा कलाकार विभूति ने बनाया था. एक्रेलिक वर्क को कपड़े पर बना विभूति ने न सिर्फ अपनी कलाकारी का प्रदर्शन किया था बल्कि उसके इस आर्ट में बाल मजदूरी और पशु बलि का संदेश स्पस्ट दिख रहा था. इसलिए लोग इस आर्ट वर्क को देख काफी आकर्षित दिखे.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट