इन स्थितियों में जनता में जातिवाद की भावना का प्रबल होती है, नारी जाति पर अपमानजनक टीका-टिप्पणी बढ़ती है, जन-धन के साथ आर्थिक नुकसान भी होता है।
15 अगस्त से पहले 12 अगस्त 2016 तक राहु-गुरु का साथ में होना तथा जनता भाव से गोचरीय भ्रमण देश में विवादों का कारण बना।
15 अगस्त से पहले चतुर्थेश सूर्य एक घर पीछे है, जो राजनीतिक क्षय, जनता के मध्य उपद्रव का कारण बनता
शनि-मंगल की युति सप्तम भाव से चल रही है, जो स्त्री पक्ष के लिए ठीक नहीं होती। अष्टम भाव मारक है अत: अकाल मृत्यु का कारण बनता है।