दलित, महिला, अल्पसंख्यक, गरीब और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार को लेकर हम पार्टी में महासम्मेलन का आयोजन कृष्ण मेमोरियल हॉल में किया गया.कार्यक्रम में लोगों को सम्बोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वृषिण पटेल ने शराबबंदी कानून को लेकर नीतीश पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में संजय गांधी की आत्मा घुस गयी है.वे तानाशाह के जैसा आचरण करने लगे हैं. इस मौके पर जीतनराम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार ने उनके अन्दर काबिलियत को देखते हुए मुख्यमंत्री नहीं बनाया था. नीतीश ने सोचा कि आदमी सीधा-साधा है, कुछ नहीं करेगा।
मांझी ने कहा कि आठ माह के समय में मैंने दलितों और गरीबों के विकास के लिए कई काम किए जो नीतीश कुमार को पसंद नहीं आया और अपमानित करके मुझे मुख्यमंत्री पद से हटवा दिया.मांझी ने कहा कि महागठबंधन सरकार में दलित उत्पीडऩ की घटनाएं बढ़ गई हैं वहीँ बाढ़ एवं सुखाड़ से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. जनता को अपनी किस्मत पर छोड़कर नीतीश देशभर में घूम-घूम कर शराबबंदी का उपदेश दे रहे हैं. छात्रवृत्ति की मांग करने पर दलित छात्रों को पुलिस की लाठियां खानी पड़ रही है.मांझी ने कहा कि छात्रवृत्ति घोटाले की सेवानिवृत्त जज से जांच करायी जानी चाहिए.उन्होंने कहा कि संविधान में जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण का प्रावधान है, लेकिन राज्य सरकार दलितों के साथ हकमारी कर रही है। राज्य सरकार ने कुछ जातियों को दलित का दर्जा तो दे दिया, लेकिन आरक्षण के कोटे को बढ़ाया नहीं गया. इस वजह से उनके लिए अवसर कम हो गए.
दलितों की कुल आबादी 25 फीसद है, मगर आरक्षण सिर्फ 16 फीसद ही है.मांझी ने कहा कि अपने हक के लिए दलित,आदिवासी और अति पिछड़ा वर्ग की राजनीतिक एकता आवश्यक है. उन्होंने दिसंबर में गांधी मैदान में राज्य सरकार के खिलाफ हम का सम्मेलन बुलाने की घोषणा भी की.एसकेएम हॉल में पूरे प्रदेश से हम के कार्यकर्ता पहुंचे थे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वृशिण पटेल ने कार्यक्रम का संचालन किया गया,इस अवसर पर पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे.इस सम्मेलन के लिए दलित महिलाओं का विशेष बैंड भी बुलाया गया था.कार्यक्रम में जीतनराम मांझी ने लोगों से साल के अंत में गांधी मैदान में जुटने के लिए तैयारी करने का भी आह्वान किया.उन्होंने कहा कि दिसंबर में गांधी मैदान में राज्य सरकार के खिलाफ हम का एक बड़ा सम्मेलन हाेगा.