मन्नू महाराज ही वापस मिला सकते हैं बेटे से
पत्नी व दो बच्चों को छोड़ दूसरी महिला के साथ हुआ फरार
बेटे की हरकत से शर्मशार पिता की हो गई मौत
बेटे की आस में पथरा गयी बूढ़ी माँ की आंखे
पत्नी व दो बच्चों को छोड़ दूसरी महिला के साथ तीन साल पहले फरार हुआ शिव नारायण उर्फ़ भोला का अब तक कोई अता पता नही चल पाया है . बेटे की करतूत से शर्मशार पिता द्वारिक पासवान की साँसों की डोर भी टूट गई. मूल रूप से मुजफ्फरपुर के मिठनपूरा निवासी स्व द्वारिक पासवान पटना में ट्रांसपोर्ट विभाग ( फुलवारी शरीफ कैप्म जेल के पीछे ) में बतौर मैकेनिक कार्यरत थे. शिव नारायण उर्फ़ भोला के पिता की मौत के बाद उसकी पत्नी रिंकी देवी अपने दो छोटे बेटों को लेकर अपनी मायके फुलवारी शरीफ के हिन्दुनी गाँव आकर रहने लगी. शिव नारायण उर्फ़ भोला के दोनों बेटे हर्ष (8 वर्ष ) और हैप्पी ( 5 वर्ष ) को अपने पिता की सूरत भी याद नही. गाँव के बच्चों के साथ सरकारी विधालय में पढाई के दौरान जब कोई उनके पिता के बारे में ताने मारता है तो दोनों मासूम अपनी माँ के आंचल में आकर पिता को बुलाने की रट लगाने लगते हैं. शिव नारायण उर्फ़ भोला की पत्नी कभी पति की तस्वीर देखती है तो कभी सास और बच्चों को निहारती आंसू बहाती है. अभागी रिंकी को अब तक अपने मजदुर पिता सुदर्शन पासवान का सहारा था वह भी सुदर्शन पासवान की मौत से अब छूटता जा रहा है. पिछले महीने ही फुलवारी के टमटम पड़ाव पर एक गिट्टी बालू के टाल पर काम के दौरान ही सुदर्शन की मौत हो गई.
भाईयों के सहारे ही दो बच्चों की जिन्दगी की नैया किसी तरह खेव रही है. शिव नारायण उर्फ़ भोला की माँ भी अब अपने पोते और बहु के साथ फुलवारी में ही रहने लगी.बूढ़ी माँ की डबडबाई आंखे आज भी अपने बेटे को एक झलक पाने को तरसती है. बेटे की तस्वीर लिए माँ दर – दर भटकती हर किसी से अपने बेटे के बारे में ही पूछती रहती है. बूढ़ी माँ का कहना है कि जिस महिला रेशमी के साथ उसका बेटा फरार हुआ उसके मोबाईल नम्बर पर संपर्क करने पर उसे पहचानने से इंकार करते हुए कहती है और कहती है कि उनका बेटा भोला कहाँ है नही पता. आँखों में आंसू लिए वो माँ आज भी अपने बेटे को लौट आने की आस लगाए बैठी है. पूरा परिवार अब पटना के एसएसपी मनु महाराज के दरबार में गुहार लगाने की तैयारी में लगा है उनका कहना है कि मन्नू महाराज ही वापस मिला सकते हैं बेटे से . शायद वहां से उनके लिए कोई खुश करने वाली खबर मिल जाए .
रिपोर्ट -फुलवारी से अजित कुमार